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Jio, Vi और Jio Fiber यूज़र्स को ऐसे मिलेगा फ्री Netflix सब्सक्रिप्शन

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इन सभी प्लान्स में Free Netflix के अलावा कई अन्य फायदे भी मिलते हैं, जैसे कि अनलिमिटेड कॉलिंग, डेटा और एसएमएस। Netflix टाइमपास करने के लिए एक बेहतरीन OTT प्लेटफॉर्म है। भारत में एंट्री लेने के बाद शुरुआत में कंपनी ने यूज़र्स को 1 महीने का मुफ्त सब्सक्रिप्शन देना शुरू किया था। हालांकि अब यह ऑफर बंद हो चुका है। अब यूज़र्स को मुफ्त ट्रायल नहीं मिलता। लेकिन कुछ तरीके हैं, जिनके जरिए आप मुफ्त सब्सक्रिप्शन हासिल कर सकते हैं। Reliance Jio और Vi दोनों ही टेलीकॉम कंपनियां अपने ग्राहकों को लुभाने के लिए चुनिंदा पोस्टपेड प्लान्स के साथ फ्री नेटफ्लिक्स (Free Netflix) सब्सक्रिप्शन देते हैं। बता दें कि भारत में नेटफ्लिक्स के प्लान 199 रुपये से शुरू होते हैं, लेकिन आप जियो के 399 रुपये से शुरू होने वाले पोस्टपेड प्लान्स, Jio Fiber के 1,499 रुपये से शुरू होने वाले प्लान्स और Vi के 1,099 रुपये से शुरू होने वाले पोस्टपेड प्लान्स के साथ Netflix सब्सक्रिप्शन पा सकते हैं और अनलिमिटेड मूवीज़ और टीवी सीरीज़ स्ट्रीम कर सकते हैं। इन सभी प्लान्स में कई अन्य फायदे भी मिलते हैं, जैसे कि अनलिमिटेड कॉलि

चाइनीज Apps के बाद अब इन चीनी टेलिकॉम कंपनियों को लगेगा झटका, 15 जून से सरकार ला रही नया नियम

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चीन समेत जिन देशों से भारत के संबंघ बेहतर नहीं है उन कंपनियों को एनसीएससी की खास नजर होगी, ताकि रक्षा मामले से जुड़ी बाते खरीद बिक्री के जरिए लीक न हो सकें. चाइनीज एप्टेस के बाद अब चीनी टेलिकॉम कंपनियां रडार पर भारत चीन के बढ़ते विवाद को देखते हुए भारत सरकार ने चाइनीज ऐप्स को बैन करने का फैसला किया था. अब टेलिकॉम क्षेत्र में भी सरकार ने दूरसंचार नियमों में संशोधन किया है. सरकार के इस कदम का असर जेडटीई और हुवावे जैसी चीनी टेलिकॉम इंफ्रा कंपनियों के भारत के कारोबार पर दिखेगा. दरअसल सरकार ने दूरसंचार लाइसेंस के नियमों में संसोधन कर दिया है. अब 15 जून से भारत के टेलिकॉम ऑपरेटर्स भरोसेमंद सोर्स से ही टेलिकॉम उपकरणों की खरीद कर सकेंगे. ये भरोसेमंद सोर्स संबंधित प्राधिकरण द्वारा मंजूरी प्राप्त होंगे. अगर कोई कंपनी भारतीय कंपनी को टेलिकॉम उपकरण बेचना चाहती है तो एनसीएससी से मंजूरी लेने की जरूरत होगी. यहां देखिए डिटेल वीडियो - Click Here सरकार के इस फैसले से दूसरे कंपनियों के साथ-साथ कुछ बड़े चीनी कंपनियों पर असर होगा. जिनमें जेडटीई कारपोरेशन और हुवावे जैसी कंपनियां शामिल हैं. इन क